तभी तेज हवाएं चलने लगी और अजीबो गरीब सी आवाज गूंजने लगी! तभी तेज हवाएं चलने लगी और अजीबो गरीब सी आवाज गूंजने लगी!
कभी उसका मन घृणा से भर उठता तो कभी उनकी बेचारगी सोच कर दया से द्रवित हो उठती थी। कभी उसका मन घृणा से भर उठता तो कभी उनकी बेचारगी सोच कर दया से द्रवित हो उठती थी।
राजेश ने कहा देखो मुझे तो लगता है कोई जानवर है जो ऐसा कर रहा है। राजेश ने कहा देखो मुझे तो लगता है कोई जानवर है जो ऐसा कर रहा है।
डर . . . डर . . .
न जाने उसकी बातों में ऐसा क्या था कि दादी माँ बरबस ही उसके साथ हो लीं। न जाने उसकी बातों में ऐसा क्या था कि दादी माँ बरबस ही उसके साथ हो लीं।
डर गए ... तुम्हारा यही डर मेरी मौत के लिए जिम्मेदार है. ..कल तुमने अगर अपने डर पर काबू पा लिया होता... डर गए ... तुम्हारा यही डर मेरी मौत के लिए जिम्मेदार है. ..कल तुमने अगर अपने डर प...